प्राचीन भारत में शिक्षा अध्ययन के विशयों के विषेश संदर्भ में
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Author(s):
DR. SANTOSH JAIN
Vol - 11, Issue- 1 ,
Page(s) : 11 - 18
(2024 )
DOI : https://doi.org/10.32804/JLPER
Abstract
समाज में शिक्षा का महत्व सर्वमान्य है। शिक्षा की समुचित्त व्यवस्था पर सांस्कृतिक, बौद्धिक तथा वैज्ञानिक प्रगति संभव है अर्थात् षिक्षा समाज के व्यक्तित्व का निर्माण करती है तथा समाज व्यक्ति पर ही आश्रित रहता है।
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